(कालाहीरा न्यूज़)
नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने जानकारी दिया है कि, एयर इण्डिया के दुर्घटनाग्रस्त विमान AI-171 का ब्लैकबॉक्स यानी फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर मेडिकल हॉस्टल परिसर के विमान के मलबे से बरामद कर लिया है।
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पहली हवाई यात्रा में पायल की दर्दनाक मौत हुई।
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विमान हादसे में अब तक 275 मौतें तय।
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ब्लैकबॉक्स मिला, क्रैश की असली वजह पता चलेगी।
अहमदाबाद: भीषण प्लेन क्रैश दुर्घटना में अबतक 275 से ज्यादा लोगों के मौत की पुष्टि की जा चुकी है। परिवार को शव सौंपने के लिए उनके DNA सैम्पल इकट्ठे किये जा रहे है। सभी लाशें पूरी तरह जल चुकी है लिहाजा उनकी पहचान मुश्किल है, ऐसे में रोते-बिलखते परिजनों की उम्मीद भी टूट चुकी है। उन्हें लग रहा है कि, ज़िंदा नहीं तो कम से कम मौत के बाद तो उन्हें उनके अपने का दीदार हो जाये
अहमदाबाद: भीषण प्लेन क्रैश दुर्घटना में अबतक 275 से ज्यादा लोगों के मौत की पुष्टि की जा चुकी है। परिवार को शव सौंपने के लिए उनके DNA सैम्पल इकट्ठे किये जा रहे है। सभी लाशें पूरी तरह जल चुकी है लिहाजा उनकी पहचान मुश्किल है, ऐसे में रोते-बिलखते परिजनों की उम्मीद भी टूट चुकी है। उन्हें लग रहा है कि, ज़िंदा नहीं तो कम से कम मौत के बाद तो उन्हें उनके अपने का दीदार हो जाये।
इस हादसे के साथ ही कई दर्दनाक और मार्मिक कहानियां सामने आई है। किसी ने अपने सभी परिजन को हादसे में खो दिया तो किसी ने अपना बेटा, नाती तो किसी ने अपना पिता। इसी बीच एक रिक्शावाले की बदकिस्मती की कहानी आपको झकझोर देगी।
दरअसल इस भीषण हादसे में मारे जाने वालों में गुजरात के हिम्मत नगर की पायल खटीक भी शामिल है। पायल भी इस हादसे वाले विमान AI-171 में सवार थी। पायल के जिंदगी की यह पहली हवाई यात्रा थी जो आखिरी साबित हुई। पायल के पिता पेशे से रिक्शाचालक है। उन्होंने कड़ी मेहनत कर बेटी को पढ़ाया-लिखाया। इसके बाद होनहार बेटी को उच्च शिक्षा के लिए लन्दन भेज रहा था। इसके लिए उसने बाजार से भारी भरकम कर्ज भी लिया था। लेकिन किसे पता था कि, पायल शायद कभी लन्दन नहीं पहुँच पाएगी। पायल के मौत से उसके पिता टूट चुके है। परिवार में मातम है और आंसूओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
