पुलिस ने एसबीआई बैंक में ग्राहकों को चूना लगाने वाले बैंक कर्मचारियों का खुलासा किया है।
कबीरधाम जिले के बोड़ला SBI बैंक शाखा में मृतक के खाते से पैसा की हेराफेरी का मामला सामने आया है।ना सिर्फ मृतक बल्कि कई और खातों से इसी तरह रुपये गायब होने की शिकायत पुलिस को मिली. जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की. जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। खाताधारकों के एकाउंट से रुपये निकालने वाला कोई और नहीं बल्कि बैंक का ब्रांच मैनेजर ही था, जो अपने साथियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी कर रहा था।
मृत महिला के खाते से लगभग डेढ़ लाख रुपये निकले:
बोड़ला डीएसपी अखिलेश कौशिक ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते दिनों प्रार्थी अशोक हठीले ने शिकायत दर्ज कराई कि बोड़ला एसबीआई ब्रांच में उनकी मृत दादी दीपा अहिरवार का खाता है। उनके खाते से जानकारी के बिना 1.46 लाख रुपये निकाले गए हैं। इस शिकायत पर बोड़ला थाने में केस दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई। जांच के दौरान पता चला कि बैंक के ही कर्मचारियों ने एक दूसरे खाताधारक के सीआईएफ (कस्टमर इंफॉर्मेशन फाइल नंबर ) में जाकर उसका नाम बदलकर दीपा अहिरवार कियाउसके बाद खाते में मौजूद पैसे निकाल लिए गए।
सीआईएफ (CIF) को कस्टमर इंफॉर्मेशन फाइल नंबर (Customer Information File Number) कहते हैं.।यह एक यूनीक नंबर होता है, जो हर बैंक अकाउंट होल्डर्स को मिलता है।
कवर्धा पुलिस ने ब्रांच मैनेजर सहित चार को अरेस्ट किया:
अखिलेश कौशिक ने बताया कि इस पूरे मामले में प्रतीक उइके मुख्य आरोपी है। जिसे दो दिन पहले रिमांड पर भेज दिया गया है। मंगलवार को ब्रांच मैनेजर संजय प्रकाश जारीका, सूरज शर्मा और निशांत कुमार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. मामले में धारा 420,409,467,468,471,34 जोड़ा गया है।
बोड़ला एसबीआई बैंक में कई लोगों के साथ हो चुकी है धोखाधड़ी:
डीएसपी अखिलेश कौशिक ने बोड़ला एसबीआई ब्रांच में धोखाधड़ी के एक और मामले का खुलासा किया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगली बाई नाम की महिला का आवेदन आया था। जिसमें मंगली बाई के खाते से 82 हजार रुपये निकाले जाने की जानकारी मिली. जांच में खुलासा हुआ कि बैंक कर्मचारी सूरज शर्मा और निशांत कुमार ने मंगली बाई के इनएक्टिव खाते को 20 रुपये के प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का डेबिट वाउचर कर ऑपरेटिव बनाया गया। इसके बाद 2 बार में 80 हजार रुपये निकाल लिए।