Home » छत्तीसगढ » बिलासपुर » दीपका में देश भर से आए कवियों ने बांधा शमा, देर रात तक चला कवि सम्मेलन।

दीपका में देश भर से आए कवियों ने बांधा शमा, देर रात तक चला कवि सम्मेलन।

कार्यक्रम में उपस्थित कवियों ने अपनी एक से बढ़कर एक सार्थक व रोचक प्रस्तुतियों से उपस्थित श्रोताओं को मुग्ध करने की भरसक कोशिश की। कवियों ने अपनी रचनाओं की सारगर्भित प्रस्तुतियों से श्रोताओं को काफी प्रभावित किया। साहित्य व कला के अनूठे संगम को भी रेखांकित किया।

कालाहीरा न्यूज

दीपका। दीपका के हाई स्कूल मैदान के नवनिर्मित सांस्कृतिक मंच में 5 अक्टूबर को हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देशभर के प्रसिद्ध कवियों ने अपनी शानदार कविताओं से श्रोताओं का मन मोह लिया। मंच का संचालन रतलाम मध्य प्रदेश से आए कवि धमचक मुल्तानी ने किया।कार्यक्रम का प्रारंभ सम्मानीय अतिथियों और कवियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ माता सरस्वती की अर्चना द्वारा हुआ।

भारत के विविध प्रांतों से पधारे कवियों में खरसिया से प्रियंका प्रिया दुबे, अमरावती से मनोज मद्रासी, रायपुर से रमेश विश्वहार, पश्चिम बंगाल से श्यामल मजूमदार, और मुंगेली, छत्तीसगढ़ से वीर रस के कवि देवेंद्र परिहार ने प्रस्तुतियाँ दी। सभी ने अपनी रोचक काव्य रस धारा से श्रोताओं के मन को सराबोर कर दिया।
इस क्रम में अमरावती से आए कवि मनोज मद्रासी ने कहा “महिला घर को सजाती है, नहीं तो घर को सजा देती है,” जिससे श्रोताओं में काफी उत्साह देखा गया। वहीं रायपुर के हास्य कवि रमेश विश्वहार ने अपनी बुलंद आवाज के साथ भगवान राम पर लिखी अपनी कविता से खूब तालियां बटोरी। मुंगेली के कवि देवेंद्र परिहार ने देशभक्ति और नारी सम्मान के इतिहास पर रोंगटे खड़े कर देने वाली ओजस्वी कविताएँ सुनायी। खरसिया से पधारी कवियत्री प्रियंका प्रिया ने माँ सरस्वती हमें तू ऐसा वरदान दे प्रार्थना गीत से प्रारंभ कर श्रृंगार के मधुर गीत और मुक्तक सुनाए। रतलाम के धमचक मुल्तानी की हास्य व्यंग्य कविताओं ने पूरी सभा को हँसने- खिलखिलाने का पूरा माहौल दिया, उनके कुशल संचालन से पूरे कार्यक्रम के दौरान स्रोताओं में हँसी के फव्वारे छूटते रहे।कवि श्री श्यामल मजूमदार ने बड़े रोचक और सहज ढंग से व्यंग्य पढ़ कर श्रोताओं को अभिभूत कर दिया।

कवियत्री भुवनेश्वरी जायसवाल ने महिला सशक्तिकरण पर सुनाया संदेश

कोरबा जिले की दीपका में रहने वाली लेखिका और कवित्री भुवनेश्वरी जायसवाल ने अपनी कविता के माध्यम से महिलाओं के हक की और उन्हें स्वयं सक्षम बनने की बात की। उनकी कविताओं ने श्रोताओं को बहुत प्रभावित किया। मंच संचालन कर रहे धमचक मुल्तानी ने भुवनेश्वरी जायसवाल की तारीफ करते हुए उन्हें “घर के आंगन की तुलसी” कहकर प्रशंसा की ।
उक्त कार्यक्रम के अंत में भाजपा नेता ज्योति नंद दुबे ने छत्तीसगढ़ी अंदाज में अपनी कविता “भारत देश सोन चिरैया है” सुनाई, जिसमें उन्होंने देश की एकता और सुरक्षा का संदेश दिया।

इस कवि सम्मेलन के प्रमुख आयोजक नगर पालिका के सीएमओ राजेश कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सीएमओ श्री गुप्ता ने अंत में आभार प्रदर्शन कर कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की ।

इस कवि सम्मेलन में प्रमुख रूप से राज्य खाद्य आयोग के पूर्व अध्यक्ष ज्योति नंद दुबे, नगर पालिका अध्यक्ष संतोषी दीवान, संगीता दुबे, श्रमिक नेता रेशम लाल यादव, सत्य प्रकाश शर्मा, अनिरुद्ध सिंह,रजनीश तिवारी,अनूप यादव, मुकेश जायसवाल, विशाल अग्रवाल, सुजीत सिंह, आनंद चौकसे, रोहित जायसवाल, संगीता साहू, राजेंद्र साहू, मनोज महतो,सुशील तिवारी, प्रदीप जायसवाल, हेमचंद्र सोनी, भवदीप दुबे, मनोज दुबे, हितेश अग्रवाल, संतोष गुप्ता,अमित सर, मनोज अग्रवाल, आरती महतो, भावना महतो,सावित्री जायसवाल, सौरभ,अद्विका, नगर पालिका के इंजीनियर मधुकर यादव, प्रियदर्शनी सोनी, मोहम्मद अनीस, मुकेश दुबे, अनय जायसवाल, और सचिन तेलंग जैसे गणमान्य लोग उपस्थित थे।

कार्यक्रम में दी गई प्रस्तुतियों ने न केवल श्रोताओं का मनोरंजन किया बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश भी दिया, जो इस आयोजन की सबसे बड़ी उपलब्धि रही।

Kala Hira
Author: Kala Hira

[posts_like_dislike id=post_id]

RELATED LATEST NEWS

Top Headlines

दीपका पुलिस ने सुने मकान में चोरी करने वाले दो आरोपी को 50हजार रकम के साथ किया गिरफ्तार।

(कालाहीरा न्यूज)   दीपका।  दीपका थाना पुलिस ने सूने घरों से सोने-चाँदी के गहने, लैपटॉप और अन्य सामान चोरी करने